प्रवृत्तियाँ

अन्य

✤ सज्झायम्मि रओ सया ✤
(सदा स्वाध्याय में रत रहो)

आचार्य भगवन् एवं उपाध्याय प्रवर ने सकल जैन समाज को 32 आगमों में से श्रावकों के वाचन योग्य 26 आगमों का प्रतिदिन (आजीवन) स्वाध्याय करने की प्रेरणा दी है।

महापुरुषों की इस दिव्य वाणी को आत्मसात करते हुए “सज्झायम्मि रओ सया”—इस अद्भुत प्रकल्प को शीघ्रातिशीघ्र सकल जैन समाज के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है।

आज ही इस पावन प्रकल्प से जुड़ने के लिए नीचे दिए गए Google Form के माध्यम से स्वयं, अपने परिवार के सदस्यों एवं अन्य श्रावक-श्राविकाओं का रजिस्ट्रेशन करें—
और जिनशासन एवं अपनी आत्मा के लिए अनुपम योगदान देने का यह स्वर्णिम अवसर न गंवाएं।

Register now : https://forms.gle/1ffmcWNnKHTAApVL6

प्रतिक्रमण
“अशुभ योग का त्याग कर शुभ योग में लौटना ही प्रतिक्रमण है।”
यह आत्मा की शुद्धि और निर्जरा का महान साधन है।
मोक्ष मार्ग की प्रथम सीढ़ी — प्रतिक्रमण।

🔸 प्रतिक्रमण साधक को आत्मावलोकन और आत्मोत्कर्ष की ओर प्रेरित करता है।
🔸 इसीलिए, श्री अ.भा.सा. जैन महिला समिति का ध्येय है—
“हर महिला सदस्य प्रतिक्रमण युक्त बने।”
🔸 सभी बहनों को प्रतिक्रमण कंठस्थ करना / करवाना अत्यंत आवश्यक है।

📌 नोट:
रजिस्ट्रेशन चालू है।
आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके अपना पंजीकरण करवा सकती हैं।

https://forms.gle/zpmPQAPDP7PmPJne8

✤ धार्मिक शिक्षण शिविर  ✤

मीटिंग के दौरान स्थानीय स्तर पर अधिक से अधिक धार्मिक शिविर आयोजित करने की प्रेरणा दी जाए, जिससे संघ की विचारधारा को जन-जन तक पहुँचाया जा सके।

✤ महिला स्वाध्यायी ✤
स्वाध्याय सेवा एक श्रेष्ठ सेवा है। अतः अधिक से अधिक बहनों को स्वाध्याय सेवा से जुड़ने के लिए प्रेरित किया जाए।

✤ धार्मिक परीक्षा ✤
अंचल के क्षेत्रों की बहनों को “धार्मिक परीक्षाओं” में भाग लेने हेतु प्रेरित किया जाए, जैसे—
🔹 जैन संस्कार पाठ्यक्रम
🔹 कर्म प्रज्ञप्ति
🔹 महत्तम महोत्सव के अंतर्गत आयोजित परीक्षाएं

स्वयं भी जुड़े और दूसरों को जोड़ें, यही लक्ष्य हो।

✤ श्रमणोपासक ✤
स्थानीय स्तर पर होने वाली सभी धार्मिक गतिविधियों की रिपोर्ट “श्रमणोपासक” पत्रिका में समय पर भेजी जाए, इसके लिए संयोजिकाओं को सतत प्रेरित किया जाए।

✤ रिपोर्टिंग सिस्टम ✤
🔸 स्थानीय, आंचलिक एवं राष्ट्रीय संयोजिकाएं अपने स्तर पर हुई गतिविधियों का प्रत्येक माह गूगल फॉर्म के माध्यम से रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
🔸 यह रिपोर्टिंग कार्य की पारदर्शिता और संगठन की मजबूती का प्रतीक है।

✤ उच्च शिक्षा योजना ✤
“आचार्य श्री श्रीलाल जी म.सा. उच्च शिक्षा योजना” के अंतर्गत
🔹 हमारे समाज के अधिक से अधिक छात्र-छात्राओं को
🔹 श्रीसंघ द्वारा ब्याज मुक्त ऋण प्रदान कर
🔹 उच्च शिक्षा हेतु लाभान्वित किया जाए।
इसके लिए निरंतर प्रभावना और जानकारी देना आवश्यक है।

✤ आरूग्गबोहिलाभं  ✤ I Jain My Jain के द्वारा आयोजित शिविर से जुड़ने की प्रेरणा देना।
✤ पाठशाला  ✤ अधिक से अधिक बच्चों को पाठशाला में जाने के लिए प्रेरित करना।