श्री अ.भा.साधुमार्गी जैन महिला समिति का 49वां राष्ट्रीय अधिवेशन एवं

आमसभा हर्षोल्लासपूर्वक अनेक नवीन संकल्पों के साथ सम्पन्न


 

मुंबई: श्री अ.भा.साधुमार्गी जैन महिला समिति का 49वाँ वार्षिक अधिवेशन मुंबई (महा.) मंे आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ स्थानीय मंडल द्वारा मंगलाचरण व कन्या मंडल द्वारा स्वागत गीत गाया गया व सभी पदाधिकारियों का स्वागत कुमकुम तिलक द्वारा किया गया। समता महिला मंडल, मंुबई द्वारा सामुहिक मंगलाचरण व स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। उसके बाद समता महिला मंडल अहमदाबाद द्वारा गीतिका (कव्वाली) का प्रोग्राम “पयुर्षण पर्व” विषय पर भावपूर्ण प्रस्तुती की गई। सभा में समारोह अध्यक्षा श्रीमती मंजू जी भण्डारी (कोलकाता), मुख्य अतिथि श्रीमती गीता जी जैन, मुंबई (मेयर व प्रसिद्ध समाज सेविका), विशिष्ट अतिथि श्रीमती रुचिरा जी सुराना, मुंबई- (मनोचिकित्सज्ञा, निर्देशक आर.टेक. मीडिया एण्ड नेटवक्र्स)। मंचस्थ पदाधिकारीगण श्रीमती कुमुद जी सिपानी, श्रीमती पुष्पा जी नाहटा, श्रीमती सूर्यकान्ता जी मेहता, श्रीमती सुशीला जी सांखला, श्रीमती निर्मला जी चैरड़िया, श्रीमती शोभा जी बैद, श्रीमती सरला जी भूरा उपस्थित थे। रा.अध्यक्षा श्रीमती कुमुदजी सिपानी, निवर्तमान अध्यक्षा श्रीमती सुशीला जी सांखला व श्रीमती निर्मला जी द्वारा तीनों अतिथियों का स्वागत तिलक व माला, शाॅल व स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया। मुख्य अतिथि- श्रीमती रूचिरा जी द्वारा अपने धर्माचार्य से प्राप्त पुस्तक आचार्य श्री को देने के लिए भावना प्रस्तुत की। रा. महामंत्री श्रीमती पुष्पाजी नाहटा ने एक वर्ष में दरम्यान हुई गतिविधियों व प्रवृतियों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया व रा. कोषाध्यक्ष श्रीमती सूर्यकान्ता जी मेहता द्वारा एक वर्ष के दरम्यान हुए आय-व्यय का ब्यौरा प्रस्तुत किया गया। तत्पश्चात अधिवेशन में विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित श्रीमती रुचिरा जी सुराना व श्रीमती गीता जी जैन का परिचय उद्घोषक कार्यक्रम संचालिका श्रीमती चन्दनबाला जी लुणिया ने करवाया। विशिष्ट अतिथि श्रीमती रूचिरा जी सुराना का उद्बोधन महिला सशक्तिकरण की आवश्यकता व्यक्त करते कहा कि पुरुष प्रधान समाज में आज भी नारी की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। सभी को अपनी शक्ति का सदुपयोग करके समाज को अच्छी स्थिति मंे लाने का प्रयास करना है। उन्होंने संगठन पर विश्वास की बात की। सभी महिलाओं को सम्बोधिकत करते हुए महिला समिति द्वारा किये गये कार्यों की भूरि-भूरि प्रंशसा की, अपने जीवन से संबंधित कुछ रोचक बाते बताई व साधुमार्गी जैन महिला समिति के उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दी। मुख्य अतिथि श्रीमती गीताजी जैन ने सभी मंचस्थ पदाधिकारियों का अभिवादन किया। तथा सभी को संबोधित किया और नई सोच को अपनाने को कहा। महिलाओं को जागरूक होने का आव्हान किया, तथा सरकार द्वारा चलाई गई कई योजनाओं के बारे में बताया। तथा जरूरतमंद महिलाओं व कन्याओं के लिए कुछ करने को कहा। उन्होंने कहा कि घर में कार्य करने वाले नौकर तथा कम पढ़े लिखे लोगों को जानकारी देना व उन की मदद करना, दान देने के तरीके को बदलना व नई सोच को अपनाने की बात कहीं। उसके बाद समारोह अध्यक्षा श्रीमती मंजू जी भण्डारी ने धर्म-ध्यान मे रमने तथा आचार्य श्री के नये आयामों को अपनाने व औरों को उनकी जानकारी देने पर जोर दिया। धर्म को रटना नहीं अपितु उसे आत्मसात करना चाहिए। घर के बच्चों व बुजुगों को साथ लेकर धर्म के मार्ग पर चलना चाहिए। महिला समिति द्वारा निस्वार्थ स्वाध्यायी सेवा व तपस्वियों का सम्मान किया गया। तत्पश्चात राष्ट्रीय अध्यक्षा श्रीमती कुमुद सिपानी ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि मुझे दो वर्षीय संघ सेवा का अवसर दिया, आपकी आशा के अनुरूप खरा उतरने का पूरा प्रयास करूंगी। सभी ने मंगल पाठ किया तथा महावीर भगवान व आचार्य श्री रामेश की जय के साथ सभा समाप्त हुई।