श्री अखिल भारतवर्षीय साधुमार्गी जैन महिला समिति

नारी वर्ग ममता, करूणा, वात्सल्य का प्रतिबिम्ब है। अगर किसी भी समाज की नारी सुसंस्कारित, शिक्षित एवं सभ्य होगी तो वह समाज किसी भी दृष्टि से पीछे नहीं रहेगा। उसी उद्देश्य को लेकर महिलाओं के संगठन की स्थापना श्री अ.भा. साधुमार्गी जैन महिला समिति के रूप में की गई। अपने स्थापना से लेकर अब तक महिला समिति की देशभर में फैली सैकडों शाखाओं ने सर्वधर्मी सहयोग, समता छात्रवृत्ति, जीवदया, धार्मिक और सामजिक क्रियाकलापों आदि में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। महिला समिति का केन्द्रीय कार्यालय समता भवन बीकानेर में स्थित है तथा वर्तमान में महिला समिति सर्वधर्मी सहयोग, समता छात्रवृत्ति, संगठन, युवती शक्ति, केसरिया कार्यशाला, परिवारांजलि, वुमनस मोटिवेशनल फोरम आदि की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य कर रही है। श्री अ.भा.सा. जैन महिला समिति, बीकानेर नारी विकास, उत्थान हेतु पिछले कई वर्षों से महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। भारतवर्ष के सैंकड़ों स्थानों पर महिला समिति की शाखाओं द्वारा धार्मिक एवं सामाजिक अनेक प्रकल्पों का संचालन किया जा रहा है। निश्चित रूप से महिला समिति द्वारा किये जा रहे कार्य नारी विकास का एक महत्त्वपूर्ण केन्द्र है। समिति का प्रमुख उद्देश्य चतुर्विध संघ में सम्यग्ज्ञान, दर्शन एवं चारित्र की अभिवृद्धि करना है। समिति की कार्य रूपरेखा में प्रमुख रूप से सामाजिक, व्यावहारिक एवं धार्मिक उन्नति की प्रवृत्तियों को प्रारम्भ करना। नैतिक धार्मिक एवं व्यावहारिक शिक्षा का प्रचार एवं प्रसार करना। सामाजिक कुरीतियों के निवारण का प्रयत्न करना। संघ की प्रवृत्तियों को सहयोग देना एवं उनको उन्नत बनाने का प्रयत्न करना। पुस्तकालय एवं वाचनालयों का संचालन करना। जीवदया के कार्यों के लिये प्रयत्न करना आदि प्रमुख है। वर्तमान में श्री अ.भा.सा. जैन महिला समिति द्वारा समता छात्रवृत्ति, सर्वधर्मी सहयोग, संगठन, युवती शक्ति, केसरिया कार्यशाला, वुमनस मोटिवेशनल फोरम, समता सेवा केंद्र, परिवारांजलि, समता कम्प्यूटर सेन्टरों की स्थापना आदि प्रमुख है। महिला समिति की सर्वधर्मी योजना में वर्तमान में लगभग 248 परिवार लाभान्वित हो रहे हैं। इस योजना में महिला समिति द्वारा शारीरिक रूप से निःशक्त एवं वृद्धजनों को सहयोग प्रदान किया जाता है। संस्था का वार्षिक अधिवेशन प्रतिवर्ष आसोज शुक्ल तृतीया को आयोजित किया जाता है।